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Who is Ashok Shera?
Ashok Shera ji has become the number one journalist of Rajasthan. The name of such a spirit is Ashok Shera, who has the courage to stand up to the wrong. The name of honesty and truth is Ashok Shera. Today we all need such people. We know about the life of Ashok ji Shera.
Ashok Shera, a resident of Aadi village, a small village of Barmer, is today the identity of this village. Because in 2017, a young man from this village moved forward in journalism with the ambition of his dreams, and today he is at the foundation of journalism in Rajasthan. Today Ashok Shera ji has become the number one journalist of Rajasthan.
कौन है अशोक शेरा ?
एक ऐसे जज्बे का नाम है अशोक शेरा ,जो ग़लत के सामने खड़ा होने की हिम्मत रखता है। इमानदारी और सच्चाई का नाम है अशोक शेरा। आज हम सब को ऐसे ही इन्सानो की जरूरत है। हम जानते हैं अशोक जी शेरा के जीवन के बारे में।
बाड़मेर के एक छोटे से गांव आदी गांव,के रहने वाले, आज इस गांव की पहचान है अशोक शेरा। क्योंकि इसी गांव से २०१७ में एक युवा अपने सपनों के अरमान को लेकर पत्रकारिता में आगे बढ़ा , और आज वो राजस्थान की पत्रकारिता की बुनियादी पर है। आज अशोक शेरा जी राजस्थान के नम्बर वन पत्रकार बन चुके हैं।
Biography of Ashok Shera .
Ashok Shera is called the Alexander of social media, no journalist in Rajasthan has as much friend following as Ashok Shera.
Although Ashok Shera has many achievements to his name, he has provided financial assistance of around Rs 10 to 15 crores to 90 to 100 very poor families.
And have reunited many children separated from their families with their families. A campaign was launched to find hundreds of people missing from their homes and was also successful. Campaigned for mental patients and got them treated. Helped those girls who were not able to study to grow in the field of education.
You might remember the incident in Malpura in which parents and the only brother in a family had died, leaving seven daughters behind. At that time, Ashok Sheela played the role of a brother to these sisters. An amount of Rs. 3 crores was collected for financial strength. Got two of these sisters married some time ago.
And he fulfilled his brother’s duty and it was this work that gave Ashok Shera a new identity.The district administration has honored Ashok Shera many times. Many social organizations, NGOs and society have honored him.
सोशल मीडिया का सिकंदर कहलाता है अशोक शेरा, राजस्थान में जितनी फ्रेंड फोलोइंग अशोक शेरा की है उतनी किसी भी पत्रकार की नहीं है।
वैसे तो अशोक शेरा के नाम बहुत सी उपलब्धियां हैं लेकिन बेहद गरीब ९० से १०० परिवारों की करीब १० से १५ करोड़ का आर्थिक सहयोग करवा चुके हैं।
और परिवार से अलग हुए कई बच्चों को उनके परिवार से मिलवा चुके हैं। घर से लापता हुए सैकड़ों लोगों को ढूंढने का अभियान चलाया और सफल भी हुए। मानसिक रोगियों के लिए मुहिम चलाई और इलाज करवाया। ऐसी बालिकाएं जो पढ़ नहीं पा रही थी,उनको पढ़ाई के क्षेत्र में आग बढ़ने में मदद की।
आपको मालपुरा की वह घटना तो याद होगी जिसमें एक परिवार में माता-पिता और इकलौते भाई की मौत हो गई थी पीछे सात बेटियां छूट गई थी उसे वक्त अशोक शीला ने इन बहनों के लिए एक भाई की भूमिका निभाई आर्थिक मजबूती के लिए ३करोड़ राशि इकट्ठा करवाईं कुछ वक्त पहले इनमें से दो बहनों की शादी करवाई और भाई का फर्ज निभाया कि वह काम थे जिन्होंने अशोक शेरा को एक नई पहचान दिलाई। जिला प्रशासन कई बार अशोक शेरा का सम्मान कर चुका है।कई सामाजिक संस्थाएं NGO और समाज सम्मान कर चुके हैं।