गोविंद देव जी मंदिर, जयपुर | भक्ति आस्था रो प्रमुख केंद्र ।
परिचय
गोविंद देव जी मंदिर रो इतिहास
गोविंद देव जी री मूर्ति श्रीकृष्ण जी रा प्रत्यक्ष स्वरूप मानी जावे है। ऐ मूर्ति वृंदावन सूं जयपुर लावाई गई थी जब महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने मंदिर ने बनवायो। ई मंदिर 18वीं सदी में बनयो गयो और आज भी ईकड़ी भक्ति री पहचान है।
मंदिर री विशेषता
1️⃣ वास्तुकला
गोविंद देव जी मंदिर री वास्तुकला राजस्थानी और मुग़ल शैली रो सुंदर मिश्रण है। संगमरमर और लाल पत्थर सूं बन्यो ई मंदिर बहुत ही भव्य और आकर्षक लागे है।
2️⃣ आरती और झांकी
मंदिर में दिन भर 7 बार भगवान री झांकी होवे है। प्रत्येक झांकी में भगवान ने अलग-अलग श्रृंगार में देख सकै हो। खासकर मंगल आरती और शयन आरती बहुत प्रसिद्ध है।
3️⃣ त्यौहार और आयोजन
जन्माष्टमी, राधाष्टमी, होली और गोवर्धन पूजा जैसे त्यौहारां में मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित होवे है। हजारों भक्त ई दिनां मंदिर में दर्शन खातर आवे है।
कैसे पहुंचें ?
गोविंद देव जी मंदिर जयपुर रा सिटी पैलेस में स्थित है। रेलवे स्टेशन सूं लगभग 4 किलोमीटर दूर और बस स्टैंड सूं 3 किलोमीटर दूर है। टैक्सी, ऑटो और लोकल बस सूं आसानी सूं पहुंच सकै हो।
आसपास री जगहां
सिटी पैलेस
जंतर मंतर
हवामहल
जल महल
त्रिपोलिया बाजार
मंदिर रो समय और नियम
खुलण रो समय: प्रातः 4:30 बजे सूं रात 9:30 बजे तक (झांकी अनुसार समय बदल सकै है)
फोटोग्राफी: मंदिर परिसर में फोटोग्राफी मना है।
निष्कर्ष
गोविंद देव जी मंदिर ना केवल धार्मिक स्थल है बल्कि ई राजस्थान री संस्कृति और भक्ति री अनमोल धरोहर है। जयपुर आवण वाल्यां खातर ई मंदिर दर्शन रो मुख्य केंद्र है।