Forex Market जिसे विदेशी मुद्रा बाजार (Foreign Exchange Market) भी कहा जाता है, दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सक्रिय वित्तीय बाजार है। यहाँ पर विभिन्न देशों की मुद्राओं का आपस में लेनदेन होता है। फॉरेक्स ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य एक मुद्रा को खरीदना और दूसरी को बेचना होता है ताकि उनकी कीमतों के उतार-चढ़ाव से लाभ कमाया जा सके। यह मार्केट 24 घंटे, पाँच दिन खुला रहता है और इसमें प्रतिदिन लगभग 7.5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का कारोबार होता है।
फॉरेक्स मार्केट की शुरुआत 1970 के दशक में तब हुई जब देशों ने अपनी मुद्राओं को एक निश्चित दर की बजाय बाजार के अनुसार स्वतंत्र रूप से चलाना शुरू किया। इसके बाद यह एक वैश्विक ट्रेडिंग नेटवर्क में बदल गया जहाँ बैंक, वित्तीय संस्थान, कॉरपोरेट कंपनियाँ और व्यक्तिगत निवेशक हिस्सा लेने लगे। आज यह बाजार अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश का महत्वपूर्ण आधार बन चुका है।
What is Forex Market? Full Details, Types, and Analysis Techniques (2026 Guide)
Category: Finance | Updated: October 2025
Introduction: Understanding the Forex Market
फॉरेक्स मार्केट (Foreign Exchange Market) दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे अधिक लिक्विड फाइनेंशियल मार्केट है, जहाँ मुद्राओं (Currencies) की खरीद और बिक्री होती है। "Forex" शब्द "Foreign" और "Exchange" से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदलना।
हर दिन लगभग $7.5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का लेनदेन होता है। सरल शब्दों में, फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब है एक मुद्रा को खरीदना और दूसरी को बेचना — जैसे EUR/USD जोड़ी में यूरो खरीदना और अमेरिकी डॉलर बेचना।
History of the Forex Market
फॉरेक्स मार्केट की शुरुआत प्राचीन समय में वस्तु-विनिमय (Barter System) से हुई थी। लेकिन आधुनिक फॉरेक्स सिस्टम की नींव 1944 के ब्रेटन वुड्स एग्रीमेंट से रखी गई, जिसमें प्रमुख मुद्राओं को अमेरिकी डॉलर से जोड़ा गया था।
1971 में अमेरिका ने गोल्ड स्टैंडर्ड खत्म किया, जिसके बाद मुद्राएँ स्वतंत्र रूप से चलने लगीं — और यहीं से आधुनिक फॉरेक्स मार्केट की शुरुआत हुई।
What is Traded in the Forex Market?
फॉरेक्स ट्रेडिंग हमेशा करेंसी पेयर (Currency Pair) में की जाती है। हर जोड़ी में दो मुद्राएँ होती हैं:
- मेजर पेयर्स: EUR/USD, GBP/USD, USD/JPY, USD/CHF
- माइनर पेयर्स: EUR/GBP, GBP/JPY, AUD/CAD
- एक्ज़ोटिक पेयर्स: USD/INR, USD/SGD, USD/TRY
हर पेयर यह दर्शाता है कि एक यूनिट बेस करेंसी खरीदने के लिए कितनी क्वोट करेंसी की ज़रूरत है।
Participants in the Forex Market
- सेंट्रल बैंक: ब्याज दर और मौद्रिक नीतियों के माध्यम से करेंसी वैल्यू को नियंत्रित करते हैं।
- कमर्शियल बैंक: बड़े पैमाने पर करेंसी एक्सचेंज करते हैं।
- कॉरपोरेशन्स: अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश के लिए मुद्रा विनिमय करते हैं।
- रिटेल ट्रेडर्स: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से ट्रेडिंग करते हैं।
- हेज फंड और संस्थान: बड़ी मात्रा में सट्टेबाजी (Speculation) और हेजिंग करते हैं।
How Does Forex Trading Work?
फॉरेक्स ट्रेडिंग ओवर-द-काउंटर (OTC) मार्केट में होती है, यानी यहाँ कोई केंद्रीय एक्सचेंज नहीं होता। दुनिया के तीन प्रमुख ट्रेडिंग सत्र इस प्रकार हैं:
- एशियन सत्र (टोक्यो)
- यूरोपियन सत्र (लंदन)
- अमेरिकन सत्र (न्यूयॉर्क)
इन सत्रों के ओवरलैप होने के कारण फॉरेक्स मार्केट 24 घंटे खुला रहता है।
Types of Forex Markets
- स्पॉट मार्केट: तुरंत मुद्रा विनिमय की प्रक्रिया।
- फॉरवर्ड मार्केट: भविष्य की तारीख पर तय दर पर ट्रेडिंग।
- फ्यूचर्स मार्केट: मानकीकृत अनुबंध जो एक्सचेंज पर ट्रेड किए जाते हैं।
- ऑप्शन्स मार्केट: ट्रेडर को भविष्य में मुद्रा विनिमय का अधिकार देता है, लेकिन बाध्यता नहीं।
Advantages of Forex Trading
- 24 घंटे, 5 दिन खुला बाजार
- उच्च लिक्विडिटी और वैश्विक पहुंच
- कम ट्रांजैक्शन कॉस्ट
- लीवरेज के माध्यम से अधिक एक्सपोजर
- बढ़ते या गिरते बाजार में भी लाभ कमाने का अवसर
Forex Market Analysis Techniques
1. Fundamental Analysis
यह विश्लेषण आर्थिक संकेतकों जैसे GDP, मुद्रास्फीति, ब्याज दर, और रोजगार डेटा के आधार पर करेंसी की दिशा तय करता है।
2. Technical Analysis
यह पिछले मूल्य चार्ट, ट्रेंड और इंडिकेटर्स (Moving Average, RSI, MACD आदि) के आधार पर भविष्य की कीमतों का अनुमान लगाता है।
3. Sentiment Analysis
यह ट्रेडर्स के मनोभाव को मापता है — बाजार में अधिकतर लोग बुलिश (खरीद) हैं या बियरिश (बिक्री)।
Risks in the Forex Market
फॉरेक्स ट्रेडिंग में लीवरेज, उतार-चढ़ाव और वैश्विक घटनाओं के कारण जोखिम होता है। जोखिम प्रबंधन के लिए स्टॉप लॉस और सही पोज़िशन साइज का उपयोग जरूरी है।
How to Start Forex Trading
- एक विश्वसनीय फॉरेक्स ब्रोकर चुनें
- KYC वेरिफिकेशन के साथ ट्रेडिंग अकाउंट बनाएं
- डेमो अकाउंट से अभ्यास करें
- अपनी ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी विकसित करें
- रिस्क मैनेजमेंट के साथ लाइव ट्रेडिंग शुरू करें
Conclusion
फॉरेक्स मार्केट एक विशाल और गतिशील वित्तीय बाजार है जो अनगिनत अवसर प्रदान करता है। यदि आप सही ज्ञान, विश्लेषण तकनीकें और अनुशासन अपनाते हैं, तो यह बाजार आपके लिए एक शानदार निवेश क्षेत्र साबित हो सकता है।
सफलता की कुंजी है — निरंतर सीखना, रिस्क मैनेजमेंट और समझदारी से निर्णय लेना।
Frequently Asked Questions (FAQ)
1. फॉरेक्स मार्केट क्या है?
यह एक वैश्विक मंच है जहाँ विभिन्न देशों की मुद्राओं का आपस में लेनदेन होता है।
2. क्या फॉरेक्स ट्रेडिंग 24 घंटे होती है?
हाँ, यह सोमवार से शुक्रवार तक 24 घंटे खुली रहती है।
3. क्या भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कानूनी है?
हाँ, लेकिन केवल अधिकृत ब्रोकर्स और RBI द्वारा अनुमोदित करेंसी पेयर्स में ही ट्रेडिंग की अनुमति है।
4. फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए न्यूनतम राशि कितनी है?
अधिकतर प्लेटफॉर्म्स $10 से $50 तक की राशि से शुरुआत करने की सुविधा देते हैं।
5. कौन सा एनालिसिस फॉरेक्स के लिए सबसे अच्छा है?
फंडामेंटल, टेक्निकल और सेंटिमेंट एनालिसिस तीनों का संयोजन सबसे बेहतर परिणाम देता है।