जंतर मंतर जयपुर: खगोल विज्ञान का अद्भुत नमूना।

जंतर मंतर जयपुर : खगोल विज्ञान का अद्भुत नमूना ।

परिचय

राजस्थान, रंग-बिरंगी धरती, वीरता अर सांस्कृतिक विरासत रो प्रतीक है। थारो जब जयपुर जको नाम आवै है, तो उणका साथ-साथ जयपुर रो जंतर मंतर भी याद आवै है। जंतर मंतर एक ऐसो अद्भुत ऐतिहासिक स्थल है जिकरो निर्माण सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा १८वीं सदी मं करायो गयो। ई एक वैज्ञानिक चमत्कार है, जिथे खगोलशास्त्र अर गणित रो अनूठो संगम देखण नै मिलै।

जंतर मंतर ना UNESCO द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट रो दर्जो मिल्यो है, जिको मतलब ई दुनियाभर मं खास मान्यता प्राप्त कर चुक्यो है। ऐ आर्टिकल मं हम विस्तार सूं जाणांला कि जंतर मंतर रो इतिहास, यंत्रां री जानकारी, महत्व अर आज के जमाने मं ई कितरो जरूरी है।

जंतर मंतर जयपुर

जंतर मंतर जयपुर का इतिहास, महत्व और रोचक तथ्य

जंतर मंतर रो इतिहास

महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय री दूरदृष्टि

जयपुर रा संस्थापक, महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय (१६८८-१७४३) एक बहोत होशियार अर वैज्ञानिक सोच राखण वाला राजा हो। उणने खगोलशास्त्र अर गणित मं घणी रुचि राखी। उणने महसूस करयो कि मौजूदा खगोलशास्त्रीय उपकरण अचूक नतीजा ना दे सकै, ई कारण उणने नवा यंत्र बनावण री ठानी।

पाँच जंतर मंतरां री स्थापना

सवाई जयसिंह द्वितीय ने पांच शहरां मं जंतर मंतर बनवायां:

  • दिल्ली

  • जयपुर

  • वाराणसी

  • उज्जैन

  • मथुरा

पर, इन पांचां मं सूं जयपुर रो जंतर मंतर सबसूं बड़ो अर सबसूं फुटरो है।

जंतर मंतर मं मुख्य यंत्र

जंतर मंतर मं कुल १९ यंत्र है, जिका निर्माण सटीक खगोलशास्त्रीय गणना खातिर करायलो गयो। थोड़़ी जानकारी यंत्रां रो:

1. सम्राट यंत्र

  • ई दुनियाभर रो सबसूं बड़ो सूर्यो घड़ी है।

  • समय मापन मं ई यंत्र घणो सटीक है।

  • एक विशाल त्रिभुज आकार रो है, जिको उंचाई लगभग २७ मीटर है।

2. जय प्रकाश यंत्र

  • ई गोलाकार गड्ढा जेकै भीतरी सतह पर चिह्नित रेखाएं है।

  • ई यंत्र सूं थां ग्रह, नक्षत्र अर अन्य खगोलीय वस्तु रा सही स्थान जाण सकैला।

3. राम यंत्र

  • राम यंत्र द्वारां ऊंचाई, कोण अर अन्य गणनाएं करी जावै है।

  • ई यंत्र आकाश मं कोणात्मक माप सटीक करै।

4. छोटा सम्राट यंत्र

  • सम्राट यंत्र को छोटो रूप है।

  • तत्कालिक समय रो सटीक मापन करै।

5. राशिवलय यंत्र

  • ई यंत्र सूं राशियां अर ग्रहां रो स्थान नापण मं मदद मिलै।

6. दक्षिनोत्तर भित्ती यंत्र

  • ई यंत्र दक्षिण आकाश मं ग्रहां नी स्थिति ने जाणण मं काम आवै।

जंतर मंतर रो वास्तुशिल्प

जंतर मंतर मं वास्तुकला अर विज्ञान रो अद्भुत मेल देखण नै मिलै। हर यंत्र ना स्थापत्य ऐसो है कि प्राकृतिक गति (सूरज, चांद अर ग्रहां री चाल) ने ध्यान मं राखके बनायो गयो है। पत्थर, चुना, अर संगमरमर रो उपयोग करकै यंत्र निर्माण करा ग्या, जिका डिजाइन वैज्ञानिक गणनां रा आदार पर आधारित है।

जंतर मंतर जयपुर – भारत की प्राचीन वैज्ञानिक धरोहर

जंतर मंतर रो महत्व

खगोलशास्त्रीय महत्व

जंतर मंतर आपरो समय रो सटीकतम खगोलशास्त्रीय वेधशाला है। बिना आधुनिक उपकरणां के सहारे, एे सटीकता री प्राप्ति आज भी विस्मयकारी है।

ऐतिहासिक महत्व

जंतर मंतर राजस्थान रा वैज्ञानिक समृद्धि रो प्रतीक है। ई भारत रो प्राचीन विज्ञान अर गणित मं दक्षता रो प्रमाण है।

पर्यटन महत्व

जयपुर आवण वाला हर पर्यटक जंतर मंतर जरूर देखै है। UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट होण के कारण भी ई स्थल विदेशी पर्यटकां मं घणो लोकप्रिय है।

जंतर मंतर मं के देखावैला?

जयपुर रो जंतर मंतर एक विशाल परिसर है, जिथे थांनै विभिन्न यंत्रां ने देखण अर समझण रो मौका मिलै। हर यंत्र रो अलग उपयोग है:

  • समय मापन

  • ग्रहां री स्थिति रा पता करण

  • ग्रहण, संक्रांति अर अन्य खगोलीय घटनां री जानकारी

गाइडेड टूर भी उपलब्ध है, जिथे थांनै हर यंत्र री कार्यप्रणाली रा विस्तृत ज्ञान मिलै।

जंतर मंतर जयपुर घूमने की पूरी गाइड ।

जंतर मंतर केसे पंहुचै?

जयपुर भारत रो एक प्रमुख पर्यटन केन्द्र है, अर देश-विदेश सूं हजारों पर्यटक हरेक वर्ष आवैला।

  • हवाई यात्रा: जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सूं जंतर मंतर करीब १२ किलोमीटर दूर है।

  • रेल यात्रा: जयपुर रेलवे स्टेशन सूं ई स्थल मात्र ५ किलोमीटर दूर है।

  • सड़क यात्रा: टैक्सी, ऑटो रिक्शा अर सिटी बस सूं थां आराम सूं जंतर मंतर पंहुच सकैला।

प्रवेश शुल्क अर समय

  • भारतीय पर्यटकां खातर शुल्क: लगभग ₹५०

  • विदेशी पर्यटकां खातर शुल्क: लगभग ₹२००

  • छात्रों खातर रियायती दर उपलब्ध

खुलण रो समय:

  • सुबह ९:०० बजे सूं सांझ ४:३० बजे तक।

जंतर मंतर जयपुर – महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय का वैज्ञानिक चमत्कार ।

जंतर मंतर मं फोटोग्राफी

अगर थां फोटोग्राफी रा शौकीन हो, तो जंतर मंतर थाने सुंदर पृष्ठभूमि अर ऐतिहासिक यंत्रां री झलक देवैला। वास्तुकला अर ज्यामिति मं रुचि राखण वाला लोकां खातर ई एक शानदार स्थान है।

रोचक तथ्य

  • जंतर मंतर रो सम्राट यंत्र थारै मोबाइल घड़ी सूं भी जादो सटीक समय बतावै।

  • ई स्थल २०१० मं यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषीत होयो।

  • कई वैज्ञानिक अर रिसर्चर आज भी जंतर मंतर मं शोध करैला।

जंतर मंतर जयपुर क्यों है खास? जानिए पूरी जानकारी

निष्कर्ष

जंतर मंतर केवल पत्थर अर यंत्रां को समूह ना है, ई भारत रा विज्ञान, कला अर वास्तुकला रो अद्भुत संगम है। ई स्थल थाने राजस्थान री गूढ़ इतिहास, महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय री वैज्ञानिक सोच अर भारत रो गौरवशाली भूतकाल देखावैला।

जब थां जयपुर जावो, तो जंतर मंतर ने जरूर देखजो, अर थारी आंखां सूं इतिहास अर विज्ञान रो जीवंत संगम महसूस करजो।

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